भोपाल लोकसभा क्षेत्र की उत्तर विधानसभा के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन गुफा मंदिर के पास मानस उद्यान में आयोजित हुआ। सम्मेलन को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संबोधित किया। सम्मेलन में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व मंत्री कमल पटेल, भोपाल लोकसभा प्रत्याशी आलोक शर्मा, जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी सहित जिले और मंडल के पदाधिकारी और पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
CM डॉ मोहन यादव ने कहा- उत्तर विधानसभा के कार्यकर्ता सम्मेलन में सुरेश पचौरी को देखकर कहा- जिनका व्यक्तित्व अपने आप में परिपूर्ण है। दो - दो बार प्रधानमंत्रियों के अलग-अलग मंत्रिमंडल में रहे। जैसे दूध में मक्खन रहता है, दिखता नहीं हैं। लेकिन थोड़ी प्रोसेसिंग करो तो मक्खन ऊपर आ जाता है। छाछ नीचे रह जाता है। उसी तरह आप अपने जीवन के निचोड़ को लेकर वे अलग हुए हैं।
संजर को देख बोले- सांसद से कब कार्यकर्ता बन गए ये भाजपा की विशेषता
सीएम ने कार्यक्रम में मौजूद पूर्व सांसद आलोक संजर को देखकर कहा- हमारी इस लोकसभा की यह विशेषता और परिपाटी है कि ये कार्यकर्ता को कब ऊपर - नीचे बिठा दे। उस तरह ये लोकसभा कार्यकर्ता की ट्रेनिंग कराती है। हमारे बीच में एक कार्यकर्ता के नाते से कब सांसद बन गए।फिर कब कार्यकर्ता.. कार्यकर्ता, कार्यकर्ता होता है। ये इस बात का उत्कृष्ट उदाहरण हैं।
CM ने रामायण काल में कार्यकर्ता बनाने के उदाहरण दिए
सीएम ने कहा- रामायण सबने पढ़ी है। राम के जीवन के प्रसंग याद करें। इस बार तो भगवान राम का मंदिर बना तो हमारे लिए और भी आनंद का विषय है। राम जी के जीवन में बहुत सारे उतार-चढ़ाव आए, लेकिन सच्चे अर्थों में रामायण कहां से शुरु हुई। कई प्रसंग हैं। भगवान राम के जीवन का प्रसंग कार्यकर्ता सम्मेलन के लिए एक ही ध्यान में आता है। जब हम क्षमता से अधिक कुछ करना चाहते हैं। तो हमें सब की मदद लगेगी। सबको साथ लेना पडे़गा। भगवान कृष्ण गोवर्धन को अकेले उठा सकते थे लेकिन फिर उन्होंने कहा बाल-गोपाल जिसके पास जो है वह सब लगाओ और गोवर्धन पर्वत उठाओ।
राम ने सुग्रीव के बहाने बड़ी फौज खड़ी कर दी
सीएम ने कहा- अगर बड़ा लक्ष्य रखना है तो अपने लायक लोग जुटाते जाओ। और जुटाने में आपकी भी अग्निपरीक्षा लेंगे। भगवान राम ने कार्यकर्ता कहां से बनाने शुरु किए? सीता माता का हरण हो गया। भगवान उनकी खोज में निकल पड़े। भगवान जी को हनुमान जी मिले, हनुमान जी ने थोड़ी परीक्षा ली। हनुमान जी ने परीक्षा जी या राम जी ने परीक्षा ली,भगवान ही जाने । लेकिन हनुमान जी को भगवान राम जी ने कार्यकर्ता बनाया।
ये राम जी का कार्यकर्ता बनाने का तरीका है। हनुमान जी ने हमें लंका तो दी इससे बड़ा काम ये किया कि उन्होंने सुग्रीव के बहाने से एक बड़ी फौज खड़ी कर ली। रामायण के उस सार से हम ये सीख लें। राजा राम को उस रावण से जिसकी लंका सोने की, जिसका बल पराक्रम ऐसा जो शनि महाराज को पकड़ ले। लेकिन रावण के जीवन का सबसे कमजोर पक्ष क्या रहा कि रावण ने लंका के बाहर जाकर कार्यकर्ता नहीं बनाए। वो कितना भी बलशाली, पराक्रमी हो। लेकिन अपनी व्यवस्थाओं की सीमाओं में रहकर प्रयास किए।
राम ने युद्ध लड़ने अयोध्या से किसी को नहीं बुलाया
सीएम ने कहा- भगवान राम ने अयोध्या से किसी बच्चे को भी बुलाया क्या? जहां वानर भालुओं की फौज जुट गई तो असंभव से असंभव काम हो गए। समुद्र भी बांध दिया। रामेश्वरम की स्थापना हुई। कार्यकर्ताओं के साथ रहकर उनके अंदर बाली की क्षति होने पर उन्होनें कार्यकर्ताओं में फूट ना हो जाए तो अंगद को भावी युवराज बना दिया। आज नहीं तो कल सुग्रीव आपका राजा बनेगा।
सुग्रीव ने रावण के दरबार में पांव रखकर डंका बजा दिया। ये होती है युक्ति और बुद्धि। जब सामूहिक ताकत इकट्ठी होती है तब राम राज्य की स्थापना होती है। लंका जीतने के बाद राम जी ने सारे कार्यकर्ताओं को पुरुस्कृत किया। पद तो इमिडेट है पद के बजाय, हम सबकी कामना राम राज्य की है। और समाज विरोधी लोगों को धराशायी करने की है। इस लंबी परंपरा में विश्वास करने वाले लोग, भारत माता की जय करने वाला भाजपा का कार्यकर्ता है।
पटेल बोले- पूरी दुनियां एक-दूसरे को मारने में लगी है
सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री कमल पटेल ने कहा- आलोक शर्मा को रिकॉर्ड वोटों से जिताकर भोपाल से दिल्ली भेजना है। आलोक शर्मा ने भोपाल का चौमुखी विकास किया है। ये लोकसभा चुनाव आजादी के बाद सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है। क्योंकि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अकेले भारत के ही लोकप्रिय नेता नहीं हैं, बल्कि दुनियां के सबसे लोकप्रिय नेता हैं।